
परिवर्तन न्यूज चंदौली
चहनियां। सर्दी से बचने के लिए लोग तरह तरह के इंतजाम कर रहे है। सर्दी में लंग्स से जुड़े इंफेक्शन ज्यादा होते है। सर्दियों से बचने के लिए ऊनी कपड़े व अलाव का हमेशा उपयोग करे। सबसे ज्यादा बच्चो को ख्याल रखे। इस शीतलहरी से बचने व बचाने के लिए अपने स्वास्थ्य कर्मियों को ग्रामीणों में जागरूकता लाने के लिए हर गांव में जानकारी उपलब्ध कराये के लिए चहनियां प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रितेश कुमार ने जानकारी दिया।
कहा कि बच्चो को सर्दी से बचाने का ज्यादा से ज्यादा ख्याल रखे। खानपान और जीवन शैली में बदलाव करके ठंड से बचा जा सकता है। ब्राउन फैट सेल यानी अंगूर, मिर्ची, मूंगफली आदि वाले आहार लेने व गर्म पानी पीने से ठंड कम लगती है। इसमे मेहनत वाला कार्य जरूर करे। सर्दी का मौषम आते ही बड़ी संख्या में बच्चे कामन कोल्ड कफ,खांसी व बुखार से ज्यादा पीड़ित है। जिनकी वजह से बच्चे सर्दियों में सर्दियों के दौरान सांस की बीमारी इंफेसक्शन से पीड़ित होते है। सर्दी मौषम में संक्रामक मरीजों में बृद्धि होती है। घरेलू नुक़्शे भी दे सकते है किन्तु चिकित्सको से सलाह लेकर। इसमे बच्चे निमोनिया के शिकार हो जाते है। थोड़ी भी सर्दी या खांसी होने पर तत्काल डॉक्टरों की सलाह पर उपचार कराये । साफ सफाई का ख्याल रखे। खाने से पहले हैंडवाश से हांथ साफ करे। बच्चों को खांसते या छीकते समय अपना मुंह ढकना सिखाये। मौष्मी बीमारियों से बचने के लिए बच्चो को समय समय पर टीका लगवाये। निमोनिया व सलाना फ्लू का टीका जरूर लगवाये।