
चंदौली। हिंदू धर्म में बसंत पंचमी के त्यौहार बहुत ही खास माना जाता है। इसी दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था इसलिए धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक यह पर्व बहुत ही पवित्र माना जाता है। इस साल बसंत पंचमी 14 फरवरी के दिन मनाई जाएगी। बसंत पंचमी वाले दिन पीले रंग के कपड़े पहने जाते हैं। लेकिन आपने कभी सोचा है कि इस दिन पीला रंग ही क्यों पहना जाता है तो चलिए आपको बताते हैं कि बसंत वाले दिन आखिर पीले कपड़े क्यों पहने जाते हैं।

पंडित आचार्य लक्ष्मी नारायण पांडेय ने बताया कि मां सरस्वती को बेहद प्रिय है पीला रंग

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पीला रंग मां सरस्वती को बहुत ही प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि बसंत वाले दिन पीला रंग पहनने से सुख समृद्धि में बढ़ोतरी होती है और मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं। इसीलिए बसंत पंचमी के खास अवसर पर पीला रंग ही इस्तेमाल होता है।
ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक होता है पीला रंग
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक पीले रंग को ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। इसी दिन से ठंड कम होती है और बसंत ऋतु शुरू होती है। ऐसे में माना जाता है कि बसंत वाले दिन पीले कपड़े पहनने से व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत बनती है।
पीले चावल करें मां सरस्वती को अर्पित
मां सरस्वती को पीले चावल भी बेहद प्रिय है ऐसे में इस दिन मीठे पीले चावल बनाकर मां सरस्वती की पूजा करें और उन्हें भोग लगाए। इसके बाद यह चावल लोगों में बांट दें।
ऐसे करें मां की पूजा
बसंत पंचमी वाले दिन नहा धोकर पीले कपड़े पहने।
इसके बाद इस दिन पीले रंग के फूल और अन्य पूजा सामग्री मां को अर्पित करें पूजा से पहले सरस्वती वंदना गाएं।