
परिवर्तन न्यूज चंदौली
चहनियां। विकास खंड सभागार में आयोजित बजट की बैठक को लेकर क्षेत्र पंचायत सदस्यों के एक गुट ने विरोध करना शुरू कर दिया। गहमागहमी को देखते हुए बीडीओ दिब्या ओझा ने बैठक को स्थगित कर दिया गया। इसके पूर्व चहनियां चौराहे पर भी विधायक व प्रशासन में तू तू -मै मै हुआ। चौराहे से लेकर खण्ड विकास कार्यालय में गहमागहमी से पुलिस हलकान रही। भारी मात्रा में फोर्स व पीएससी लगायी गयी थी।

चहनियां विकास खंड सभागार में गुरुवार को विकास कार्यों के लिए बजट की बैठक होनी थी। बीडीसी का एक गुट इसका विरोध करने लगा। ब्लॉक प्रमुख से नाराज बीडीसी चहनियां स्थित शिव मंदिर पर पहुंच गए और बैठक का विरोध शुरू कर दिया। आरोप है की प्रशासन ने सदस्यों को वहां से हटवाने की कोशिश की, इसकी सूचना के बाद सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव मौके पर पहुंच गए। जहाँ विधायक व प्रशासन के बीच बहस भी हुई। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया। कहा की जनपद में धारा 144 नहीं लागू है। बीडीसी जनप्रतिनिधि है और कहीं भी बैठकर सभा कर सकते हैं। मंदिर सार्वजनिक स्थान होता है। यहां वह बैठ सकते हैं। वही बीडीसीयो का कहना है कि 70 सदस्य इस बैठक से असंतुष्ट हैं इसलिए इसका विरोध कर रहे है। बीडीसीयो का दल बीडीयो को पत्रक भी सौंपा। चौराहे से लेकर ब्लाक कार्यालय तक भारी मात्रा में फोर्स व पीएससी उपस्थित रही। ब्लॉक में चल रही गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विधायक अंत तक डटे रहे।

प्रमुख अरुण जायसवाल व पूर्व प्रमुखपति उपेंद्र सिंह गुड्डू के बीच बुधवार की शाम से ही गहमागहमी मची रही। एक तरफ प्रमुख अरुण जायसवाल की खेमा से क्षेत्र पंचायत सदस्य ने पूर्व प्रमुखपति पर मुकदमा दर्ज कराया गया तो दूसरी तरफ पूर्व प्रमुख पति उपेंद्र सिंह गुड्डू के खेमा से क्षेत्र पंचायत सदस्य ने मुकदमा दर्ज कराया है। प्रशासन ने पूर्व प्रमुखपति को उनके घर मे ही नजर बन्द कर दिया।