
सादगी और समरसता के प्रतिमूर्ति थे स्व.रामजीत भारद्वाज
विद्वान पंडितों ने विधि विधान से कराया पूजा अर्चना
परिवर्तन न्यूज चंदौली
सकलडीहा। धानापुर और चिरईगांव के पूर्व विद्यायक स्व.रामजीत राजभर की शुक्रवार को मंत्री आवास पर 23वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाया गया। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने अपने पिता के तैल चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धाजंली अर्पित किया। इस मौके पर विद्वान पंडितों ने विधि विधान से पूजा अर्चना कराया। इस मौके पर पहुंचे लोगों ने प्रसाद और भोजन ग्रहण किया।

धानापुर और चिरईगांव वाराणसी के पूर्व विधायक रहे स्व.रामजीत राजभर की 23वीं पुण्यतिथि पर सुबह से ही काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटने लगा था। पूर्व विधायक रामजीत राजभर नौ सेना में अफसर पद से सेवानिवृत्त हुए थे। रिटायर्ड होने के बाद मां भारती और जनसेवा करने का फैसला लिया। अपनी सादगी और समरसता के कारण दो बार विधायक बने। भारी व्यवस्ता के बीच वे सुख दु:ख में साथ खड़ा रहने वाले लोगों का सदैव ख्याल रखते थे। 14 फरवरी वर्ष 2003 में हृदय गति रूक जाने से उनका निधन होगया। उनकी निधन की खबर सुनते ही उनके अंतिम शव यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा था। बलुआ घाट से लेकर सकलडीहा तक वाहनों की लम्बी कतार लग गयी थी। एकलौते पुत्र अनिल राजभर उनके नख्शे कदम पर चलते हुए शिवपुर विधान सभा से दो बार विधायक और मंत्री बने। उनके पुण्यतिथि पर विद्वान पंडितों ने विधि विधान से पूजा अर्चना किया। मंत्री अनिल राजभर ने भावभीनी श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए पिता के बताये मार्ग दर्शन में चलने का संकल्प दोहराया। उनके विधानसभा के लोग और जनप्रतिनिधियों ने उनके तैल चित्र पर माल्यापर्ण और पुष्प अर्पित किया।
इस मौके पर डॉ.संत त्रिपाठी, डॉ.अभय वर्मा,र विन्द्र प्रताप सिंह,रतेन्द्र राजभर,कमलेश यादव,सूरज सिंह,रवि सिंह राजपूत,अतुल सिंह,रिकू राजभर, शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अजीत यादव,पवन दूबे,मंटू पांडेंय,गोपाल राजभर,अरविंद,फनफन चौबे सहित अन्य काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।