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प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र को अपने अंदर उतरना जरूरी- दिलीप शास्त्री

परिवर्तन न्यूज़ चंदौली

Story By- नीरज अग्रहरि

धीना। नरवन के पिपरी गांव में राजगुरु मठ पीठाधीश्वर काशी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अनंतानन्द सरस्वती महाराज के नेतृत्व में रविवार को दूसरे दिन महामृत्युंजय यज्ञ व श्रीराम कथा का आयोजन किया गया।महामृत्युंजय यज्ञ में क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।अयोध्या से आए पंडित दिलीप शास्त्री ने श्रीराम के जीवन चरित्र पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र को सुनकर काफी भाव विभोर हो गए।

कथावाचक अयोध्या के दिलीप शास्त्री ने श्रीराम कथा सुनाकर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक सानिध्य से मन चित्त शांत होता है। सच्चे मन से कथा श्रवण करने से भगवान का दर्शन प्राप्त होता है।भगवान श्री राम का नाम लेने मात्र से जीवन धन्य हो जाता है। राम नाम में बहुत बड़ी शक्ति है। प्रभु श्रीराम ने मनुष्य जीवन काल में बहुत से कार्य किए जो कि मानव जीवन के लिए प्रेरणा का काम करता है।उन्होंने पिता,माता ,भाई,पत्नी सभी को मानव जीवन का रहस्य बताने का काम किया।इसलिए उनको मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाना जाता है।आज भी लोग उनके आदर्श को अपने जीवन में उतारने का काम करते है।

कथा का रसपान करने वालों में डॉ हरेंद्र राय सदस्य उत्तर प्रदेश शिक्षा चयन बोर्ड,रमेश राय,संजय मौर्य, डा. वेदव्यास राय,हरिवंश उपाध्याय, आलोक राय,उमेश राय, कांता सिंह,उमेश राय,रामू यादव, बरसाती मौर्य, बृजबिहारी, रामाशीष गुप्ता, सोनू राय, डा. अनुपम राय, बिनोद सिंह, ज्वाला सिंह आदि रहे।

रजनी कान्त पाण्डेय

मैं रजनी कांत पाण्डेय पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत हूँ,इस दौरान मैंने कई प्रमुख राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्रों में अपनी सेवाएँ दे चूका हूँ. फ़िलहाल समाचार सम्प्रेषण का डिजिटल माध्यम को चुना है जिसके माध्यम से जनसरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से प्रकाशित कर सकूं |

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