
बाहर से आने वाली गाड़ियों को शहर के बाहर ही रोका जा रहा
वाराणसी। काशी में महाकुम्भ से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को घाट से लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम तक का रास्ता खचाखच भरा हुवा था। ये कह सकते हैं कि तिल रखने की भी जगह नही थी। शाम चार बजे तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओ ने बाबा के दर्शन किये। मंगलवार दोपहर तक लगभग 15 लाख भक्त वाराणसी पहुचे। ऐसा अनुमान है कि अगले दो दिन में आने वाले भक्तों की संख्या 50 लाख पार कर जाएगी। काशी में पहली भीड़ महाकुम्भ से आ रही। दूसरी माघी पूर्णिमा के लिए और तीसरी संत रविदास जयंती के लिए।

महाकुम्भ से लौटने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ से काशी में लगातार सड़को पर जाम बना हुआ है। मंदिर मार्गो से घाटों तक लोगो का रेला लगा हुआ है। सात किमी लंबी लाइन में लगकर लोग दर्शन कर रहे हैं। उतर प्रदेश के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुच रहे है। जिसके कारण वाराणसी के सभी होटल और लॉज पूरी तरह से भरे हुवे हैं। वाराणसी प्रयागराज हाइवे पर 20 किलोमीटर तक जाम लगा रहा। काशी आने वाले वाहनों को शहर के बाहर ही रोक दिया जा रहा है।
बुधवार को संत रविदास मंदिर में 20 लाख श्रद्धालुओ के आने की संभावना है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने आपातकाल भीड़ प्रबन्धन योजना लागू किया है।