
परिवर्तन न्यूज चंदौली
Story By- मनोज कुमार मिश्रा
चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र के टाण्डाकला घाट से सोमवार अल सुबह मारकण्डेय महादेव जल चढ़ाने श्रद्धालू गये थे कि लौटते वक्त नाव संचालक द्वारा 18लोगों को नाव पर बैठा लिया और जैसे ही नाव चला कि घाट से महज 4मीटर की दूरी नाव गंगा में डूब गयी जिससे उस पर सवार लोग तैरकर किनारे आ गये। अगर वही नाव दो तीन मीटर और दूर जाकर डूबती दर्जनों की जान सकती थी और मिर्जापुर के वटेवर जैसे घटना की पुनरावृत्ति हो गयी होती।
प्रत्येक त्रयोदशी को जनपद व चहनिया क्षेत्र से हजारों लोग मारकण्डेय महादेव जलाभिषेक करने जाते है। प्रत्येक माह के दोनों त्रयोदशी तिथि पर अल सुबह लगभग 4बजे से ही हजारों लोगों का आना जाना लग जाता हैं जो नाव पर सवार होकर मारकण्डेय महादेव धाम जाकर स्नान कर दान पुण्य करते हुए बाबा भोलेनाथ जल अर्पण कर अपने गनतव्य को लौट आते है। वही नाव संचालकों द्वारा छोटी नाव हो या फिर बड़ी क्षमता से अधिक लोगों को बैठाकर उनका जान जोखिम में डालकर यात्रा करवाते है और मनमानी रूपया वसूल करते है। जिससे इस तरह की घटना का घटना स्वभाविक है।
वही स्नानार्थियों ने आपविती बताते हुए बताया कि नाव पर कुल 18लोग सवार थे संयोग अच्छा रहा कि उस पर कोई महिला व बच्चे सवार नही थे नही तो भारी घटना से नकरा नही जा सकता था। जैसे नाव चली कि वह डूब गयी आस-पास के मल्लाह सहित स्नानार्थी चिल्लाने लगे तब लोग तैरकर किनारे आ गये। वही लोेगो ने बताया कि बाबा भोले की कृपा की वजह से कोई जनहानि नही हुई। प्रभु की महिमा अपरमपार है। अगर जिला प्रशासन द्वारा इन नाविकों पर लगाम नही लगाया तो कभी भी भारी घटना इनकी लावरवाही से घट सकती है और कईयों की जान जा सकती है।
वही स्नानार्थियों ने नाविकों पर लगाम लगाये जाने की मांग की ताकि फिर कभी भविष्य में इस तरह की कोई घटना न हो सके।