अध्यात्मचंदौलीब्रेकिंगशिक्षा

संतों का जीवन हमें सत्कर्म करने की देता है प्रेरणा: धूमधाम के साथ संत रविदास की मूर्ति का हुआ विर्सजन

परिवर्तन न्यूज चंदौली
सकलडीहा। संत रविदास जयंती के दूसरे दिन धूमधाम से आयोजकों की ओर से विधि विधान से पूजा अर्चना किया गया। इसके बाद कई स्थान पर स्थापित मूर्ति का विसर्जन किया गया। इस मौके पर आयोजक बैंड बाजे के साथ जुलूस निकाला।

क्षेत्र के माटीगांव, उसरी,घर्चित, बथावर, सकलडीहा, खडेहरा,रिश्टी, नईकोर्ट,बरईपुर,खरीयारी दौलतपुर, मरकनिया,डेरवा,भूपौली, विशुनपुर,चहानिया सहित गांवों में पहुंचकर संत गुरु रविदास जी की जयंती पर उनको नमन कर पुष्प अर्पित किया। वक्ताओं ने कहा कि मन चंगा तो कठौती में गंगा’ अर्थात मन को पाक-साफ रखकर ही इंसान सच्चे सुख की प्राप्ति कर सकता है। समाज व देश का भी भला कर सकता है। ऐसा आदर्श एवं मानवतावादी संदेश देने वाले महान संत गुरु रविदास जी को सदियों तक भुलाया नही जा सकता है। सामाजिक परिवर्तन के संतों की परंपरा में जाने-माने संत गुरु रविदास ने अपना सारा जीवन लोगों को मानवता का पाठ पढ़ाने में  गुजार दिया। उन्होंने कहां कि जब तक समाज जात पात में बंटा रहेगा देश का भला नहीं हो सकता।

इस मौके पर अरूण रत्नाकर,निठोहर सत्यार्थी, डा.अश्वनी, गिरजेश दादा,केशव कुमार, सौरभ कुमार, विश्वजीत, आशीष,अजय, रंजीत प्रधान, धर्मेंद्र, सतेन्द्र कमल आदि मौजूद रहे।

रजनी कान्त पाण्डेय

मैं रजनी कांत पाण्डेय पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत हूँ,इस दौरान मैंने कई प्रमुख राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्रों में अपनी सेवाएँ दे चूका हूँ. फ़िलहाल समाचार सम्प्रेषण का डिजिटल माध्यम को चुना है जिसके माध्यम से जनसरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से प्रकाशित कर सकूं |

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!