
परिवर्तन न्यूज़ चंदौली
Story By- मनोज कुमार मिश्रा
चहनियां। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवता स्वर्ग लोक से उतरकर पृथ्वी पर आते हैं। आस्थावान लोग दीप जलाकर देवताओं की पूजा करते हैं। इसलिए इस दिन को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व दिपावली के 15दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।

अघोर पीठ के पीठाधीश्वर सिद्धार्थ गौतम राम जी के निर्देशन में बाबा कीनाराम मठ रामगढ़ में देव दीपावली महोत्सव मनाया गया। मठ के व्यवस्थापक मेजर अशोक सिंह व पंकज पांडेय की देखरेख में ग्यारह हजार मिट्टी के दिए जलाए गए। इस दिन मठ को रौशनी से दुल्हन की तरह सजाया जाता है, और बाबा कीनाराम इंटर कालेज के छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक रंगोली भी बनाई। इस सुंदर नजारे को देखने के लिए भारी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं। इस नजारे को देखकर ऐसा लगता है मानो तारे आकाश से धरती पर उतर आए हों। देव दीपावली की भव्यता देखते बन रही थी। देव दीपावली पर सूर्यास्त के समय शंखनाद के बाद महाआरती शुरू हुई आरती के बाद ग्यारह हजार दीप जलाए गए, हर जगह इलेक्ट्रानिक लाइटों से आकर्षक सजावट की गई थी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सूर्यनाथ सिंह, अरुण सिंह, आनंद तिवारी सोनू, अमृत प्रकाश सिंह अन्नू, पंकज पांडेय, सीताराम यादव, रमाकांत यादव, देवदत्त पांडेय, फग्गु गुरु, अमृत पाठक, पटेल जी, अभय यादव, मुकेश साहनी, अशोक कुशवाहा, रामकृपाल सिंह, सुनील विश्वकर्मा तथा समस्त क्षेत्रवासी मौजूद रहें।