
परिवर्तन न्यूज चंदौली
Story By- मनोज कुमार मिश्रा
चहनियां। बलुआ थाना क्षेत्र टाण्डाकला वाया कैथी गंगा नदी के तट पर आवागमन के सुगम संचालन हेतु पीपा पाटन पुल का निर्माण पूर्व केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेन्द्र पाण्डेय के सौजन्य से चालू करा गया था जो बिगत कई वर्षो तक अनवरत रूप से चलता रहा लेकिन इस वर्ष जनवरी के प्रथम सप्ताह में ही उस पर लगे लोहे की चद्दर को महाकुम्भ हेतु जिला प्रशासन द्वारा भेजवा दिया और पीपा पाटन पुल को तोड़ दिया गया। तब से लेकर आज तक नौका के सहारे लोग आवागमन करने पर मजबूर हो गये है।

जहा नौका संचालन करने वाले नाविक ओभरलोड कर लोगों की जान से खेलवाड़ करते हुए मनमाना किराया लेकर आर-पार उतारने से बाज नही आ रहे है। जबकि अभी हाल में ही वाराणसी में नौका दुर्घटना व चोचकपुर घाट पर दो नावों का आपस में लड़ जाना भारी घटना घटित होने की वाकया दर्शाता हैं लेकिन उसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई ठोस पहल नही की जा रहा है और नाविक मनमाना धन कमाने के चक्कर में लोगों की जान से खेल रहे है। जबकि दबे जुबान से नाविकों का कहना है कि ठेकेदार की मनमानी की वजह से हमलोगों को कुछ नही दिया जाता जिससे हम लोग पेट भरने के लिए किराया वसूलने के लिए ऐसा करने पर मजबूर हैं।
इसी क्रम में चोचकपुर घाट पर यही वाकया देखने को मिल रहा है। वही ग्रामीणों का कहना है कि क्या जिला प्रशासन द्वारा भारी घटना का इंतजार किया जा रहा है या फिर इनकी मरजी से नाविक लोगों की जान से खेलवाड़ कर रहे है? इस तरह का यक्ष प्रश्न लोगों के दिलों दिमांग में उमड़-घुमड़ रहा हैं। वही क्षेत्रीयजनों ने इस व्यवस्था पर यथाशीघ्र लगाम लगाये जाने की मांग करते हुए भारी घटना घटित होने से रोके जाने की मांग है ताकि लोग सकुशल अपनी यत्रा कर सके। जबकि प्रत्येक माह में त्रयोदशी दो बार लगती है जिससे क्षेत्र के हजारों लोगों का मारकण्डेय महादेव घाम आना जाना होता हैं जो लोग नाविकों की मनमानी से हलकान रहते है और दो गूना किराया वसूलकर नाविक पहलवान बने रहते हैं अगर किसी ने इसका विरोध किया तो मारपीट होना तय माना जाता हैं।