
चन्दौली। शनिवार शाम चांद के दीदार के बाद मुस्लिम समुदाय एक दूसरे को गले लगाया और बधाई दी। पवित्र माह रमजान का पहला रोजा रविवार को रखा जाएगा। रमज़ान मुस्लिम समुदाय का विशेष त्यौहार माना जाता है, रमजान में पूरे एक माह तक रोज़ा रखा जाता है। इस पवित्र (पाक) माह का मुस्लिम समुदाय को बेसब्री से इंतजार रहता है, रमज़ान में बड़ी संख्या में नन्हे बच्चों से लेकर बुजुर्ग दिन-भर रोजा रखकर रात-दिन अपने अल्लाह की इबादत में गुजारा करते है, इस्लाम धर्म में रमज़ान के महीने का महत्व यह है कि रमज़ान के महीने में इबादत से अल्लाह खुश होते है और रोजा रखकर मांगी गई हर दुआ कुबूल होती है।
रविवार को पहला रोजा रखकर इबादत की शुरुआत कर दी है। इसके लिए शनिवार शाम बाद नमाज मगरिब नमाज अदा करने के बाद अपने-अपने घरों, मस्जिदों, मैदाने से चांद का दीदार किया और चांद देखते ही एक दूसरे को मुबारकबाद (बधाइयां) देते नजर आए। चांद का दीदार होते ही शहर की विभिन्न मस्जिदों में इबादत का सिलसिला शुरू हो गया है। जिले के मुगलसराय शहर के कसाब महाल मिनारा मस्जिद, मुस्लिम महल गौसिया मस्जिद, शाहकुटी मस्जिद, ईदगाह, नई बस्ती ताजुशरिया मस्जिद, जीटी रोड जामा मस्जिद, दुल्हीपुर, सतपोखरी, मलोखर, कुंडा, प्लांट डिपो, सिकटिया, लोको कॉलोनी, इस्लामपुर सहित जिले के सभी मस्जिदों में रमजान की खास इबादतें हो रही हैं।
रमजान माह में पूरे 30 दिन लोग रोजा इफ्तार से लेकर सुबह सेहरी तक इबादत करते हैं। इस दौरान सामूहिक इफ्तार और सेहरी के इंतजाम भी होते हैं। इसके अलावा रात्रि में बाद नमाजी ईशा तराबीह की नमाज अदा की जाती है। जिसमें मस्जिदों में बाद नमाज ऐसा के बाद हाफिज ए कुरान कुरान शरीफ सुनते हैं और 20 रकात की नमाज अदा की जाती है यह नमाज हर मस्जिद में अलग-अलग दिनों का होता है मुस्लिम समुदाय के लोग अपने सुविधा के हिसाब से नमाज अदा करते हैं।