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जानें सप्ताह के कौन से तीन दिन सकलडीहा तहसील में चलेगा चकबंदी न्यायालय

चकबंदी संबधित वादों के निस्तारण के लिये किसानों को लगाना पड़ता था चक्कर

परिवर्तन न्यूज़ चंदौली
सकलडीहा। सकलडीहा तहसील क्षेत्र के किसानों को चकवंदी सम्बधित वादों के निस्तारण के लिये चंदौली मुख्यालय का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। बार एसोसिएशन सकलडीहा की मांग पर एसडीएम अनुपम मिश्रा ने तीन दिन सकलडीहा में न्यायालय चलाये जाने की सुविधा शुरू कराया है। इससे तहसील क्षेत्र के 441 गांव के किसानों को भाग दौड़ से निजात मिलेगी। वही अधिवक्ताओं को वादकारियों को न्याय दिलाने में सहुलियत होगा। एसडीएम के इस पहल का अधिवक्ताओं ने सराहना किया है।

तहसील मुख्यालय होने के बाद भी चकबंदी का न्यायालय जिला मुख्यालय पर चलता था। जिसके कारण अधिवक्ता सहित किसानों को पूरा दिन न्यायालय का चक्कर लगाना पड़ता था। इस समस्या को लेकर सकलडीहा बार एसोसिएशन के पदाधिकारी लम्बे समय से मांग उठा रहे थे। शनिवार को एसडीएम अनुपम मिश्रा से मिलकर बार अध्यक्ष अशोक कुमार यादव और पूर्व अध्यक्ष नितिन तिवारी अधिवक्ताओं के साथ चकबंदी न्यायालय शुरू कराने की मांग किया। एसडीएम ने अधिवक्ताओं की समस्या को गंभीरता से लेते हुए चकबंदी के अधिकारियों से वार्ता किया।

अधिकारियों की ओर से सोमवार, मंगलवार और शनिवार को सप्ताह में तीन दिन न्यायालय चलाने का सहमति दिया।

एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया कि चकबंदी न्यायालय शुरू होने से तहसील क्षेत्र के किसानों को भाग दौड़ से निजात मिलेगी। इसके साथ समय और पैसा दोनों बचेगा।

इस मौके पर शासकीय अधिवक्ता अजय कुमार सिंह, बार अध्यक्ष अशोक यादव,मनोज पांडेय, अतुल तिवारी, पंकज यादव, कुबेरनाथ सिंह,यशवंत यादव, अशोक मिश्र, सुरेश यादव,उपेन्द्र नारायण सिंह,राजेश्वर सिंह, उमाशंकर, राजकुमार सिंह,अखिलेश यादव,दुर्गेश, संदीप मिश्रा आदि ने तहसील प्रशासन की सराहना किया।

रजनी कान्त पाण्डेय

मैं रजनी कांत पाण्डेय पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत हूँ,इस दौरान मैंने कई प्रमुख राष्ट्रीय हिंदी दैनिक समाचार पत्रों में अपनी सेवाएँ दे चूका हूँ. फ़िलहाल समाचार सम्प्रेषण का डिजिटल माध्यम को चुना है जिसके माध्यम से जनसरोकार की ख़बरों को प्रमुखता से प्रकाशित कर सकूं |

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