
पीपीएस काशी में शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ बच्चों ने किया वृक्षारोपण
परिवर्तन न्यूज वाराणसी
सेवापुरी। विकासखंड क्षेत्र के जीवरामपुर स्थित पीपीएस काशी स्कूल ऑफ लर्निंग में मंगलवार को पृथ्वी दिवस के अवसर पर स्कूल प्रांगण में वृक्षारोपण के साथ साफ सफाई का आयोजन किया गया। स्कूल की प्रधानाचार्य सोनम सिंह ने बताया कि पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है, जहां जीवन संभव है। ये हमारे जीवन का आधार हैं।

पृथ्वी पर वायु,जल, मिट्टी, सूर्य का प्रकाश और अनुकूल तापमान समेत जीवन जीने के लिए सभी जरूरी प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं। पृथ्वी केवल इंसानों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी जीवों के लिए जीवनदायिनी है। हालांकि वक्त के साथ सभी जरूरी प्राकृतिक संसाधनों का दोहन इतना ज्यादा हो रहा है कि एक ऐसा वक्त भी आ सकता है जब सभी संसाधन खत्म हो सकते हैं।
कॉलेज की प्रधानाचार्य सोनल सिंह ने कहा कि समय रहते लोग नहीं चेते तो संसाधनों के बिना पृथ्वी पर जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा। इस गंभीर समस्या को हल करने के लिए प्रकृति प्रदत्त चीजों का संरक्षण करने की आवश्यकता है। धरती के संरक्षण से जुड़े इस दिवस को मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी। सबसे पहले अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने पर्यावरण की शिक्षा के तौर पर इस दिन की शुरुआत की। एक साल पहले 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव की वजह से त्रासदी हो गई। इस हादसे में कई लोग आहत हुए और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने का फैसला लिया गया। इसके बाद नेल्सन के आह्वान पर 22 अप्रैल को लगभग दो करोड़ अमेरिकियों ने पृथ्वी दिवस पहली बार मनाया।
पृथ्वी दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य सोनल के नेतृत्व में कॉलेज परिसर में वृक्षारोपण के साथ साफ सफाई का अभियान चलाया गया। इसके साथ ही बच्चों को भी पृथ्वी दिवस के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम में बच्चों को पर्यावरण से संबंधित जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर दुर्गा, समरेंद्र, सोनम मौर्या, शारदा, रेशमा के साथ महिमा पांडे भी मौजूद रहे।